मैनपुरी: आग ने तबाह किया एक परिवार, छह दिन बाद मां और तीन बच्चों की मौत

मैनपुरी जिले में 27 अप्रैल को गैस सिलिंडर में लगी आग ने एक परिवार को तबाह कर दिया। हादसे में झुलसे परिवार के चार लोगों की मौत हो गई है। इन सभी का इलाज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा था। जबकि एक किशोरी की हालत अभी भी गंभीर है। 

यह दर्दनाक हादसा थाना किशनी क्षेत्र के गांव फरेंजी में 27 अप्रैल को हुआ था। गांव के केशराम कमल के परिजन 27 अप्रैल की शाम खेत में गेहूं काटकर घर आए थे। इस बीच घर आए रिश्तेदारों के लिए केशराम की पत्नी गुड्डी (40) चाय बनाने के लिए रसोई में चली गईं थी। 

उनके पीछे बच्चे भी रसोई में आ गए। माचिस जलाते ही गैस लीक होने के कारण सिलिंडर ने आग पकड़ ली। देखते ही देखते गुड्डी देवी आग की चपेट में आ गईं। गुड्डी को बचाने के प्रयास में बेटी गौरी (20), नीलम (14), नीतू (12) तथा बेटा गोविंदा (18) गंभीर रूप से झुलस गए। 


पांच दिन बाद तोड़ा दम


आग से झुलसे सभी लोगों को सैफई भिजवाया गया। जहां से उन्हें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में रेफर कर दिया गया। गुरुवार को गौरी और नीतू की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं गुड्डी देवी और गोविंदा ने सैफई आते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। नीलम की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

बताया जाता है कि केशराम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। घटना के वक्त वो घर में नहीं था। ग्रामीणों ने आपस में चंदा करके किराए पर गाड़ी की। इसी गाड़ी से घायलों को अस्पताल भिजवाया गया था। एक ही परिवार के चार शव जब गांव लाए गए तो पूरे गांव में मातम पसर गया। घरों में चूल्हे तक नहीं जले।